TCBT पंचमहाभूत कृषि

TCBT आधारित प्राकृतिक कृषि विज्ञान
सूक्ष्म ऊर्जा, पंचमहाभूत और रसायन-मुक्त प्रक्रियाओं से उपज, स्वास्थ्य और स्थिरता
ऊर्जा विज्ञान
यही सूक्ष्म ऊर्जा खेती की शक्ति और उत्पादन को निर्धारित करती है।
TCBT तकनीक इस ऊर्जा स्तर को बढ़ाकर फसल को अधिक सक्षम बनाती है।
Learn More →अग्निहोत्र
प्रकृति की 96% सूक्ष्म ऊर्जा खेती को प्रभावित करती है।
TCBT ने 15 साल के शोध से रसायन-मुक्त खेती में अधिक उत्पादन पाया।
Learn More →वृक्षायुर्वेद कृषि
तत्वों को शुद्ध व सजीव करके खेती अत्यंत उपजाऊ और स्वस्थ बनती है।
रासायनिक खेती तत्वों को दूषित करती है, जबकि पंचमहाभूत खेती मिट्टी और फसल को श्रेष्ठ बनाती है।
Learn More →कृषि रोग उपचार
रसायन-मुक्त प्रक्रियाएँ मिट्टी, पौधे और पर्यावरण को फिर से स्वस्थ बनाती हैं।
इससे फसल जल्दी ठीक होती है और उत्पादन भी स्थिर रहता है।
Learn More →चरणबद्ध प्रक्रिया
यही सूक्ष्म ऊर्जा खेती की शक्ति और उत्पादन को निर्धारित करती है।
TCBT तकनीक इस ऊर्जा स्तर को बढ़ाकर फसल को अधिक सक्षम बनाती है।
Learn More →HOW IT WORKS
TCBT प्राकृतिक खेती – 4 चरणों में
खेत की वर्तमान स्थिति से शुरू करते हुए, चरणबद्ध तरीके से TCBT तकनीक अपनाई जाती है ताकि किसान को हर कदम पर स्पष्ट मार्गदर्शन मिले।
चरण 1
मिट्टी और फसल का आकलन
खेत की मिट्टी, फसल, जल उपलब्धता और पिछले रसायन उपयोग का संक्षिप्त विश्लेषण किया जाता है। इसी आधार पर TCBT पैकेज चुना जाता है।
चरण 2
मिट्टी और बीज का उपचार
पंचमहाभूत सिद्धांत के अनुसार मिट्टी, बीज और जल का जैविक उपचार किया जाता है ताकि फसल की शुरुआत से ही मजबूत आधार बने।
चरण 3
फसल वृद्धि और रोग प्रबंधन
फसल के विकास चरण के अनुसार TCBT घोल, पर्णीय स्प्रे और जीवामृत जैसी विधियाँ अपनाई जाती हैं, जिससे रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
चरण 4
कटाई, विश्लेषण और अगला सीजन
फसल कटाई के बाद उत्पादन, गुणवत्ता और लागत का आकलन किया जाता है। इसके आधार पर अगले सीजन के लिए और भी बेहतर योजना बनाई जाती है।
🗣️ हमारे किसान क्या कहते हैं
सफल किसानों की सच्ची कहानियां

💰 8 माह की अवधि में प्रति एकड़ 23 टन अदरक का उत्पादन
"TCBT की जैविक तकनीक से मेरी अदरक की फसल में अद्भुत वृद्धि हुई। रासायनिक खाद के बिना भी उत्पादन दोगुना हो गया!"
– श्री बाला साहेब माने, कृष्णगाँव, तह. गोरेगांव जिला सतारा, महाराष्ट्र



